What is Schema Markup in Hindi | Schema Markup kya hai

What is Schema Markup in hindi स्कीमा मार्कअप क्या है ( Schema Markup Kya Hai ) कितने प्रकार का होता है ? स्कीमा मार्कअप को वेबसाइट में जोड़ने से क्या-क्या फायदा हो सकता है ? Schema Markup आपके ब्लॉग के रैंकिंग में सहायता करता है। साथ ही आपके competitor से आपके ब्लॉग को अलग बनाता है । इस पोस्ट में इन सभी चीजों के बारे में मै आपको बताने वाला हूँ ताकि आप अच्छे से समझ जायें कि एक वेबसाइट के बेहतर रैंकिंग लिए स्कीमा मार्कअप किस प्रकार उपयोगी हो सकता है ?

स्कीमा मार्कअप क्या है ? What is Schema Markup in Hindi

आसान शब्दों में कहें तो स्कीमा मार्कअप (Schema Markup) एक कोडिंग लैंग्वेज है | जो search engines को आपके वेबसाइट में लिखे content को समझने एवं search results में आपके वेबसाइट को  बेहतर तरीके से दिखाने में मदद करता है|

स्कीमा मार्कअप एक प्रकार का on page seo का तरीका-

जब आप अपने वेबसाइट के लिए blog post लिखते हैं तो इसे रैंक कराने के लिए आप on page seo, off page seo एवं technical seo करते हैं, एवं आप कोशिश करते हैं कि seo के माध्यम से अपने blog post को search engine के algorithm के अनुरूप किया जा सके ताकि google आपके content को search result में बेहतर तरीके से दिखा सके| इसके साथ ही आपका post रैंक कर सके |

उन्ही तरीकों में से एक है स्कीमा मार्कअप | यह एक on page स्ट्रेटेजी है जो आपके वेबसाइट को google के search results में बेहतर तरीके से प्रस्तुत करता है |

आप जितने अच्छे तरीके से google को अपने वेब पेज के बारे में बताएँगे उतनी ही अच्छी तरीके से google आपके वेब पेज के results को दिखा सकता है | चूँकि स्कीमा मार्कअप एक कोडिंग लैंग्वेज में लिखा होता है जिसे google आसानी से समझ जाता है यही स्कीमा मार्कअप कोड आपके वेबसाइट के लिए seo की तरह कार्य करता है एवं आपके साइट को बेहतर रैंक करने में मदद करता है |


स्कीमा मार्कअप का महत्व क्या है?

हालाँकि ऐसा नहीं है कि on page seo के तौर पर स्कीमा मार्कअप ही सब कुछ है | चूँकि google crawler एवं schema markup का कोडिंग लैंग्वेज समान होने के कारण दोनों के बीच में कम्युनिकेशन करना आसान हो जाता है एवं जिससे आपके वेब पेज के रैंक करने की संभावना बढ़ जाती है | अगर आप अपने वेब पेज के इनफार्मेशन को स्कीमा मार्कअप के माध्यम से अपने वेबसाइट के ऊपर जोड़ते हैं तो google का crawler उस इनफार्मेशन को अच्छी तरह से समझ जाता है | इस प्रकार यह आपके वेबसाइट को रैंक करने में उपयोगी साबित हो सकता है |

स्कीमा मार्कअप के प्रकार – Types of Schema Markup

जब आप स्कीमा क्रिएट करते हैं तो आपको अलग अलग स्कीमा क्रिएट करने का ऑप्शन मिलता है | किसी भी वेबसाइट के ऊपर स्कीमा मार्कअप जोड़ने से पहले ये देखना जरुरी है कि उस वेबसाइट में किस प्रकार का content उपलब्ध है | क्यूंकि हर content टाइप के लिए अलग अलग स्कीमा मार्कअप उपलब्ध है | एक वेबसाइट के ऊपर अलग अलग प्रकार का स्कीमा मार्कअप लगाया जा सकता है |

स्कीमा मार्कअप के कुछ प्रमुख प्रकार निम्न है –

Article Video
CourseBook
EventDatabase
Fact Check FAQ
Job Posting How to
Music Person
Recipe Products
ServiceRestaurant

इन सब के अलावा भी बहुत सारे स्कीमा मार्कअप के उदाहरण हैं |

स्कीमा कोड को कैसे जेनेरेट करें ?

निम्न स्टेप्स को फॉलो करके आप आसानी से स्कीमा कोड को जेनेरेट कर सकते हैं –

Step1. गूगल पर स्कीमा जेनेरेट टाइप करें |

Step2. सर्च रिजल्ट्स पर सबसे ऊपर दिख रहे वेबसाइट पर क्लिक करें |

Step3. वेबसाइट के अनुरूप स्कीमा का चुनाव करें |

Step4. इसके बाद नीचे पूछे गए कुछ details को भरें |

अब आपका स्कीमा मार्कअप कोड जेनेरेट हो चूका है |

स्कीमा मार्कअप डाटा को किसी भी वेबसाइट में बिना plugin के कैसे जोड़े ?

इस कोड को किसी भी वेबसाइट में जोड़ना थोड़ा पेचीदा हो सकता है, क्यूंकि सभी वेबसाइट एक जैसी नहीं होती है | सेकड़ों प्लेटफार्म है और सभी वेबसाइट में अलग अलग एडिटिंग फॉर्मेट होता है हालाँकि किसी भी blog या वेबसाइट में आप जो भी स्कीमा कोड को जोड़ना चाहते हैं उसे जोड़ सकते हैं 

अगर बात करें WordPress Plugins की तो वर्डप्रेस की तो बहुत सारे plugins है जो स्कीमा कोड को जोड़ने की सुविधा देती है | परन्तु सभी वर्डप्रेस वेबसाइट में एक समस्या यह है कि उन सबके फॉर्मेट में कुछ इशू रहता है और सभी plugin स्कीमा कोड को जोड़ने के लिए प्रीमियम वर्जन की मांग करता है |

फिर भी किसी वर्डप्रेस वेबसाइट में बिना plugin के स्कीमा कोड को जोड़ना बहुत ही आसान है | इसके लिए सबसे पहले आप अपने वर्डप्रेस डैशबोर्ड पर जाएँ तथा साइडबार में अपीयरेंस बार में माउस को लेकर जाएँ एवं थीम एडिटर पर क्लिक करें |फलस्वरूप वर्डप्रेस आपको सीधा कर्रेंट थीम की फाइल को एडिट करने वाले विंडो पर ले जाती है |

आशा करता हूँ आप सबको स्कीमा मार्कअप क्या है एवं इससे जुड़ी सारी जानकारी मिल गयी होगी | पोस्ट अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें | इसी प्रकार की और भी ज्ञानवर्धक चीजों के बारे में जानने के लिए हमारे वेबसाइट पर दुबारा ज़रुर आएं |

What is Schema Markup in Hindi FAQ-

  1. स्कीमा मार्कअप को इम्प्लेमेंट करने का क्या प्रोसेस है ?

    स्कीमा मार्कअप को तीन आसान तरीकों से वेबसाइट पर इम्प्लेमेंट किया जा सकता है |
    प्रथम – सबसे पहले स्कीमा मार्कअप कोड को जेनेरेट करना है |
    दूसरा – उस कोड को टेस्ट करना है कहीं उसमे कोई एरर तो नहीं है |
    तीसरा – पहले बताये गए दोनों प्रक्रिया पूरी करने के बाद उस कोड को वेबसाइट में इम्प्लेमेंट कर देना है |

  2.  वेबसाइट में स्कीमा मार्कअप कोड को कहाँ जोड़ना है ?

    आप अपने वेबसाइट में स्कीमा मार्कअप कोड को कहीं भी जोड़ सकते है | इसे हैडर या फिर फूटर में कहीं भी लगा सकते हैं |

  3. स्कीमा मार्कअप कितने प्रकार के हैं ?

     इसके बहुत सारे प्रकार हैं जिसे आप अपने वेबसाइट में अपने कंटेंट टाइप के अनुसार जोड़ सकते हैं | एक वेबसाइट में एक से अधिक स्कीमा मार्कअप कोड को जोड़ा जा सकता है |

  4. स्कीमा मार्कअप validator क्या है ?

    स्कीमा मार्कअप कोड के एरर को टेस्ट करने की प्रक्रिया को स्कीमा मार्कअप validator कहते हैं |

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