Car Insurance कौन सी Company का अच्छा है? सिर्फ सस्ता नहीं, समझदारी से लें कार इंश्योरेंस – जानिए कैसे?

Car Insurance कौन सी company का अच्छा है? कार इंश्योरेंस लेते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है? जानिए ये 10 जरूरी बातें जो आपकी गाड़ी और जेब दोनों को सुरक्षित रखेंगी। इस आर्टिकल में हम यह भी जानेंगे कि car insurance konsi company ka achha hai।

अगर आप कार खरीद चुके हैं या खरीदने की सोच रहे हैं, तो इंश्योरेंस लेना सिर्फ एक फॉर्मेलिटी नहीं बल्कि एक ज़िम्मेदारी है। लेकिन बहुत से लोग सिर्फ प्रीमियम देखकर पॉलिसी ले लेते हैं, बिना ये समझे कि असली ज़रूरत क्या है।

क्या आपने कभी सोचा है —

  • कौन-सा इंश्योरेंस आपके लिए सही है?
  • सस्ती पॉलिसी लेने से बाद में कौन-कौन सी दिक्कतें आ सकती हैं?
  • क्या आप वाकई उस प्लान से पूरी सुरक्षा पा रहे हैं?

इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कार इंश्योरेंस लेते समय ध्यान देने वाली 10 सबसे जरूरी बातों की, ताकि अगली बार जब आप पॉलिसी लें, तो पूरी जानकारी के साथ लें — बिना किसी अफसोस के।

1. सही प्रकार का इंश्योरेंस चुनें – थर्ड पार्टी या कॉम्प्रिहेंसिव?

भारत में कार इंश्योरेंस के दो मुख्य प्रकार होते हैं:

  • थर्ड पार्टी इंश्योरेंस: यह केवल उस व्यक्ति को होने वाले नुकसान को कवर करता है जिससे आपकी गाड़ी टकरा जाए या उसे नुकसान पहुंचे। यह लीगल रूप से जरूरी है।
  • कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस: इसमें थर्ड पार्टी के साथ-साथ आपकी खुद की कार का नुकसान (एक्सीडेंट, आग, चोरी, बाढ़ आदि) भी कवर होता है।

सुझाव: अगर आपकी कार नई है या आप ज्यादा ड्राइव करते हैं, तो कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस ही लें।

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2. IDV (Insured Declared Value) को समझें

IDV का मतलब है – आपकी कार की वर्तमान बाजार कीमत, यानी अगर आपकी गाड़ी चोरी हो जाए या पूरी तरह टूट जाए, तो बीमा कंपनी आपको IDV के बराबर रकम देती है।

  • IDV जितना ज्यादा होगा, उतना ही ज्यादा क्लेम मिलेगा।
  • लेकिन IDV ज्यादा रखने से प्रीमियम भी बढ़ेगा।

सुझाव: IDV को न बहुत कम रखें न बहुत ज्यादा – उसकी सही मार्केट वैल्यू पर ही रखें।

3. Zero Depreciation कवर लें (अगर गाड़ी नई है)

हर साल कार की वैल्यू घटती है यानी उसकी “depreciation” होती है। अगर आपके पास ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर नहीं है, तो कंपनी क्लेम में उस कटौती को लागू करेगी।

  • Zero Depreciation प्लान में आपको फुल क्लेम मिलता है – कोई कटौती नहीं।
  • यह नई या महंगी गाड़ियों के लिए बहुत फायदेमंद है।

सुझाव: 3-5 साल पुरानी गाड़ियों के लिए Zero Depreciation Rider जरूर लें।

4. No Claim Bonus (NCB) का लाभ लें

अगर आपने एक साल तक कोई इंश्योरेंस क्लेम नहीं किया है, तो कंपनी अगली बार आपको 20% से 50% तक का प्रीमियम डिस्काउंट देती है। यही होता है No Claim Bonus

सुझाव: हर साल अपनी पॉलिसी को रिन्यू करते समय NCB का ट्रैक रखें और अगली पॉलिसी में इसे ट्रांसफर करवाएं।

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5. कैशलेस नेटवर्क गेराज चेक करें

बीमा कंपनियां कुछ गेराज/वर्कशॉप के साथ टाई-अप करती हैं, जहां आप कैशलेस रिपेयर करवा सकते हैं। यानी बीमा कंपनी खुद पेमेंट करेगी।

  • जितने ज्यादा नेटवर्क गेराज होंगे, उतनी सुविधा।
  • पास में मौजूद गेराज उस लिस्ट में है या नहीं, जरूर देखें।

सुझाव: पॉलिसी खरीदने से पहले कंपनी की वेबसाइट से नेटवर्क गेराज की लिस्ट जरूर चेक करें।

6. पॉलिसी डॉक्युमेंट्स को ध्यान से पढ़ें

बहुत लोग बिना पढ़े साइन कर देते हैं, जो बाद में परेशानी बनता है।

  • क्या कवर हो रहा है और क्या नहीं? (Exclusions)
  • क्लेम कैसे मिलेगा?
  • ऐड-ऑन कवर्स कौन-कौन से हैं?
  • पॉलिसी की वैलिडिटी क्या है?

सुझाव: खरीदने से पहले Terms & Conditions और Exclusions ध्यान से पढ़ लें।

7. Voluntary Deductible समझें और सोच-समझ कर चुनें

Deductible वह रकम होती है जो किसी क्लेम के समय आप खुद भरते हैं, बाकी बीमा कंपनी देती है।

  • अगर आप ज़्यादा Deductible चुनते हैं, तो प्रीमियम कम होता है।
  • लेकिन इससे क्लेम के समय आपकी जेब से ज़्यादा पैसे जाने पड़ सकते हैं।

सुझाव: Voluntary Deductible कम रखें ताकि क्लेम के समय बोझ कम हो।

8. जरूरत के मुताबिक Add-on Covers लें

आजकल कई Add-on सुविधा मिलती हैं जैसे:

  • Engine Protect Cover: पानी से इंजन खराब हो जाए तो कवर करेगा
  • Return to Invoice: कार टोटल लॉस होने पर ऑन-रोड प्राइस मिलेगा
  • Roadside Assistance: ब्रेकडाउन, टायर पंक्चर आदि की मदद
  • Consumables Cover: पॉलिसी में नट-बोल्ट, इंजन ऑयल जैसे सामान भी शामिल होंगे

सुझाव: ज़रूरत के हिसाब से चुनें – सब Add-on जरूरी नहीं होते।

9. क्लेम सेटलमेंट रेशियो चेक करें

Claim Settlement Ratio (CSR) बताता है कि कितने % क्लेम कंपनी ने सफलतापूर्वक सेटल किए।

  • CSR जितना ज्यादा, कंपनी उतनी भरोसेमंद।
  • 95% से ऊपर हो तो अच्छा माना जाता है।

सुझाव: IRDAI (बीमा नियामक) की वेबसाइट पर हर कंपनी का CSR पब्लिश होता है – उसे जरूर देखें।

10. पॉलिसी समय पर रिन्यू कराएं

बहुत बार लोग पॉलिसी रिन्यू करना भूल जाते हैं, जिससे:

  • गाड़ी बिना बीमा के चलती है (जो गैरकानूनी है)
  • एक्सीडेंट हुआ तो क्लेम नहीं मिलेगा
  • No Claim Bonus भी चला जाता है

सुझाव:

  • रिन्यू डेट से पहले रिमाइंडर सेट करें
  • ऑटो-रिन्यू विकल्प चुनें (अगर उपलब्ध हो)

Car Insurance कैसे चुनें: car insurance konsi company ka achha hai?

Car Insurance लेने के लिए आजकल मार्केट में कई सारी कंपनियाँ हैं, लेकिन कौन सी आपके लिए बढ़िया है ये इस बात पर भी निर्भर करती है कि आपको क्या चाहिए। कुछ popular company के options है जैसे –

  • ICICI Lombard अच्छा है अगर आपको अच्छी सर्विस और जल्दी क्लेम चाहिए।
  • Bajaj Allianz की प्रीमियम काफ़ी सही है और नेटवर्क वर्कशॉप्स भी ज्यादा हैं।
  • HDFC ERGO की क्लेम सेटलमेंट में लोग खुश रहते हैं।
  • Reliance General सस्ता भी पड़ता है और ऑनलाइन आसानी से हो जाता है।
  • TATA AIG की सर्विस भी बढ़िया है, और थोड़ा भरोसेमंद भी लगता है नाम से।

Aapke requirements aur preferences ke hisab se kuch companies achhi ho sakti hain. Kuch popular options hain like:

आपके

Third Party Vs Comprehensive Insurance

FeaturesThird Party InsuranceComprehensive Insurance
कानूनी अनिवार्यता✅ हां✅ हां
खुद की कार का नुकसान❌ नहीं✅ हां
चोरी या प्राकृतिक आपदा कवर❌ नहीं✅ हां
ऐड-ऑन कवर्स की सुविधा❌ नहीं✅ हां
प्रीमियम दर✅ कम❌ थोड़ा ज्यादा
सिफारिश किसके लिएपुरानी/सस्ती कारनई/महंगी कार

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